औरत जात में पैदा होना ही एक अभिशाप है औरत जात में पैदा होना ही एक अभिशाप है
आज पहली बार अपने नाम को सुनकर कितना अच्छा लग रहा है| आज पहली बार अपने नाम को सुनकर कितना अच्छा लग रहा है|
चक्रव्यूह में फ़ांस कर पंगु बनाए...लेकिन क्या इक्कीसवीं सदी में भी ऐसा हो पायेगा...? चक्रव्यूह में फ़ांस कर पंगु बनाए...लेकिन क्या इक्कीसवीं सदी में भी ऐसा हो पायेगा...
वह सम्पूर्ण सृष्टि अथवा जीवन ड्रामा को समग्रता में देखता है। वह सम्पूर्ण सृष्टि अथवा जीवन ड्रामा को समग्रता में देखता है।
चाचा हैं इसलिए ही वह तुम्हारा शोषण कर रहें हैं चाचा हैं इसलिए ही वह तुम्हारा शोषण कर रहें हैं
औरत को कम आंकने का और अगर सक्षम हैं तो, उसके चरित्र पर प्रश्नों की बौछर का मेकअप औरत को कम आंकने का और अगर सक्षम हैं तो, उसके चरित्र पर प्रश्नों की बौछर का मेकअप